Nalanda University kaha hai: बिहार के राजगीर में स्थित दुनिया का दूसरा सबसे पुराना विश्वविद्यालय ‘Nalanda University History’ के बारे में तो आप अनजान ही होंगे। भले ही भारत शिक्षा के मामले में अभी दुनिया के बहुत सारे देश से पीछे परन्तु एक समय ऐसा भी था, जब भारत विश्व में शिक्षा का प्रमुख केंद्र था।
Nalanda University दुनिया का पहला रेजिडेंशियल यानी आवासीय विश्वविद्यालय (First Residential University) भी है । नालंदा विश्वविद्यालय प्राचीन भारत में उच्च शिक्षा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण और विख्यात केंद्र था। नालंदा विश्वविद्यालय की दीवारों के अवशेष आज भी इतनी चौड़ी हैं कि इनके ऊपर ट्रक भी चलाया जा सकता है। , तो आज हम इस निबंध में Nalanda University kaha hai, Nalanda University History, New Campus और Courses and Fees 2024 के बारे में बारी-बारी से बात करेंगे।
Nalanda University kaha hai
Nalanda University kaha hai: पटना से 90 किलोमीटर और बिहार शरीफ से करीब 12 किलोमीटर दूर दक्षिण में आज भी इस विश्व प्रसिद्ध प्राचीन बौद्ध विश्वविद्यालय के खंडहर स्थित है ।नालंदा यूनिवर्सिटी बिहार के राजगीर में स्थित है। नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना का उद्देश्य ध्यान और आध्यात्म के लिए बनाने से था और ऐसा भी कहा जाता है कि गौतम बुद्ध ने कई बार इस विश्वविद्यालय में यात्रा किये थे, और यहां पर रह कर ध्यान भी लगाया था ।
Nalanda University History
Nalanda University History: नालंदा विश्वविद्यालय में एक समय में 10 हजार से ज्यादा विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करते थे और लागभग 2700 से ज्यादा अध्यापक उन्हें शिक्षा दिया करते थे। नालंदा विश्वविद्यालय प्राचीन भारत में उच्च शिक्षा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण और विख्यात केंद्र था। आज के समय में नालंदा विश्वविद्यालय बिहार के राजगीर में स्थित है।
नालंदा यूनिवर्सिटी की स्थापना कब हुई थी?
Nalanda University kaha hai: नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना 5वीं शताब्दी में गुप्त वंश के शासक सम्राट कुमारगुप्त ने की थी, लगभग 800 वर्षो तक, भारत में 5वीं शताब्दी से ले कर 12वीं शताब्दी तक शिक्षा का केंद्र बना हुआ था। नालंदा में खुदाई के दौरान ऐसी कई मुद्राएं भी मिली हैं, जिससे इस बात की पुष्टि भी होती है। नालंदा को तक्षशिला के बाद दुनिया का दूसरा सबसे 2700 से ज्याप्राचीन विश्वविद्यालय माना जाता है। वहीं, आवासीय परिसर के तौर पर यह पहला विश्वविद्यालय है, जिसका अस्तित्व 800 साल तक रहा।
नालंदा यूनिवर्सिटी पर आक्रमण क्यों हुआ?
Nalanda University kaha hai: इतिहास के अनुसार, नालंदा विश्वविद्यालय पर तीन बार आक्रमण हुआ था, परन्तु सबसे विनाशकारी हमला, 1193 में बख्तियार खिलजी ने अपने आक्रमण से किया था, इस आक्रमण के ही दौरान विश्वविद्यालय को बर्बाद कर दिया गया था। इस आक्रमण में यहां पर कार्य करने वाले धर्माचार्य और बौद्ध भिक्षुओं को भी मार डाला गया था। इतिहास के जानकारों के अनुशार नालंदा विश्वविद्यालय में इतना ज्यादा हस्तलेख था की विश्वविद्यालय में पूरे तीन महीनों तक आग जलता ही रह गया था । इस घटना से ये आप यह अनुमान लगा सकते है की नालंद विश्वविद्यालय प्राचीन भारत के उच्च शिक्षा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण और विख्यात केंद्र क्यों बना रहा होगा।
नालंदा में सिर्फ भारत के ही नहीं, बल्कि दूसरे देश जैसे कोरिया, जापान, चीन, तिब्बत, इंडोनेशिया, ईरान, ग्रीस, मंगोलिया समेत कई दूसरे देशो के छात्र भी पढ़ाई करने के लिए आते थे। लानंदा यूनिवर्सिटी को चीन के हेनसांग और इत्सिंग ने खोजा था, ये दोनों 7वीं शताब्दी में भारत आए थे और चीन लौटने के बाद नालंदा के बारे में विस्तार से लिखा और इसे विश्व का सबसे बड़ा विश्वविद्यालय बताया था
India’s Oldest University: दुनिया की सबसे पुरानी विश्वविद्यालय
India’s Oldest University: प्राचीन नालंदा, भारत में 5वीं शताब्दी से ले कर 12वीं शताब्दी तक शिक्षा का केंद्र बना हुआ था। वर्तमान समय में Nalanda University बिहार के राजगीरमें स्थित है। नालंदा दुनिया के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से एक था और यूनेस्को ने नालंदा महाविहार के खंडहरों को विश्व धरोहर स्थल भी घोषित किया था।
नालंदा विश्वविद्यालय को तक्षशिला के बाद दुनिया का दूसरा सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय माना जाता है।भारत में ही दुनिया का पहला आवासीय (India’s Oldest University) विश्वविद्यालय खुला था, जिसे हम नालंदा विश्वविद्यालय (Nalanda University) के नाम से जानते हैं। इस विश्वविद्यालय की स्थापना 450 ई. में हुई थी। नालंदा विश्वविद्यालय प्राचीन भारत में उच्च शिक्षा का सर्वाधिक महत्वपूर्ण और विख्यात केंद्र था।
Nalanda University New Campus
Nalanda University New Campus: नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना 25 नवम्बर 2010 में की एकअंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के रूप में की गयी थी। यह उत्तर भारतीय राज्य बिहार के राजगीर में स्थित है। नालंदा विश्वविद्यालय को पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलनमें भाग लेने वाले देशों के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय का समर्थिता मिलीं है।मीडिया रिपोर्ट के अनुशार, नालंदा यूनिवर्सिटी के स्थापना के दौरान 2013 में आठ देशो के बिच के एक अंतर सरकारी समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया गया था, बाद में और भी 9 देशो ने सरकारी समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये थे। इस समझौता में भारत, चीन, थाईलैंड, आस्ट्रेलिया, लाओस, ब्रुनेई, दार उस सलाम, कंबोडिया, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, भूटान, मारिशस, न्यूजीलैंड, पुर्तगाल, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, वियतनाम शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार, इसके निर्माण कार्य के लिये चीन,आस्ट्रेलिया,थाईलैंड, लाओसकुल ने अंशदान दिया है। इस समझौता में कुल 17 देश शामिल है।
नालंदा विश्वविद्यालय का परिसर 443 एकड़ में फैला हुआ है। नालंदा यूनिवर्सिटी बौद्ध, दार्शनिक एवं ऐतिहासिक अध्ययन के उत्कृष्ट वैश्विक केंद्र के रूप में प्रचलित है, इस विश्वविद्यालय का परिचाल अभी सम्पूर्ण रूप से चली नहीं हुआ है, परन्तु आने वाले एक से दो सालो में इसका परिचालन सम्पूर्ण रूप से होने का अनुमान है।
Nalanda University Courses and Fees in 2024:
यदि आप नालंदा यूनिवर्सिटी की Courses and Fees in 2024 जानना चाहते है तो वो कुछ इस प्रकार से है-
Courses | Fees |
PHD | INR 3.7 Lakh |
MBA | INR 2.2 Lakh |
MSc. | INR 1.1 Lakh |
DIPLOMA | INR 1000 |